नशे के खिलाफ महिला शक्ति को निभानी पड़ेगी मुख्य भूमिका : डॉ. ऋतिक शर्मा
— ग्राम पंचायत तड़ौन में कैरियर पॉइंट विश्वविद्यालय व पंचायत द्वारा आयोजित नशा जागरूकता शिविर में दिया सामाजिक एकता का संदेश
तड़ौन (बिलासपुर)। ग्राम पंचायत तड़ौन एवं कैरियर पॉइंट विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित नशा जागरूकता शिविर में महिला मंडलों, युवाओं और विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। नुक्कड़ नाटकों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और प्रेरणादायक वक्तव्यों के माध्यम से नशे के विरुद्ध जनजागरूकता का संदेश दिया गया।
मुख्य वक्ता डॉ. ऋतिक शर्मा (राज्य अध्यक्ष, अखिल भारतीय चिकित्सक संघ) ने कहा कि “नशे को फैशन समझने की भूल न करें, यह आत्म-विनाश का मार्ग है। जब समाज में कुछ गलत होता दिखाई दे तो आंखें मूंदना समाधान नहीं, बल्कि उस पर रोक-टोक करना ज़रूरी है। हमें रोगी से नहीं, रोग से लड़ना है।”
उन्होंने कैरियर पॉइंट विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत नाटक को सराहते हुए कहा कि ये दृश्य महज अभिनय नहीं, बल्कि समाज की कटु सच्चाई हैं जिन्हें गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। उन्होंने विशेष रूप से अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों, मोबाइल उपयोग और मित्रों पर सतत निगरानी रखें ताकि वे गलत राह की ओर न बढ़ें।
डॉ. ऋतिक ने यह भी घोषणा की कि यदि पंचायत तड़ौन से कोई भी युवा शिक्षा, खेल या समाजसेवा के क्षेत्र में किसी भी स्तर पर उपलब्धि प्राप्त करता है, तो वे उसे व्यक्तिगत रूप से सम्मानित करेंगे।
कार्यक्रम में एनसीसी प्रभारी एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. मनु ने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के अंधानुकरण ने हमारी पारिवारिक और नैतिक संरचनाओं को हानि पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि आज का युवा आभासी दुनिया में इतना खो गया है कि वह वास्तविकता से दूर होता जा रहा है। बच्चों के मोबाइल उपयोग पर माता-पिता की सतर्कता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने नारीशक्ति की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि “एक जागरूक महिला पूरे परिवार को नशे जैसी बुराई से बचा सकती है।”
इस अवसर पर कैरियर पॉइंट विश्वविद्यालय से सहायक प्राध्यापक कुंदन लाल, रेंजर संजीव, पंचायत प्रधान मनोज ठाकुर, उपप्रधान संजय कुमार ‘संजू’, बीडीसी सदस्य श्रीमती पूनम, प्रताप राव, अजीत कुमार, बलजीत, रूप लाल, नंबरदार बलदेव, प्रदीप और सुरजीत सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई।
महिला मंडलों की ओर से नशे के विरुद्ध बेहतरीन नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। इनमें प्रमुख रूप से महिला मंडल तड़ौन की प्रधान सीमा देवी, महिला मंडल राड़ा की प्रधान इंदु ठाकुर, महिला मंडल लिंग की सुशमा देवी, तथा शिव शक्ति महिला मंडल तरघेल की बीना देवी के नेतृत्व में भागीदारी रही। सभी महिला मंडलों को उनकी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए स्मृति चिन्ह व ट्रॉफियों से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम ने न केवल सामाजिक चेतना का संदेश दिया, बल्कि महिलाओं, युवाओं और अभिभावकों को एकजुट होकर नशे के विरुद्ध खड़े होने की प्रेरणा भी दी।