*कोरोना काल में घोटाले के चलते बर्खास्त हुए नेता अपने आका को खुश करने के लिए मांग रहे मंत्री महोदय का इस्तीफा: विजय कुमार।*
युवा कांग्रेस के पूर्व राज्य प्रवक्ता विजय कुमार ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजीव बिंदल द्वारा वर्तमान तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी का इस्तीफा मांगने पर कड़ा विरोध जताया है।
प्रेस को जारी अपने वक्तव्य में युंका प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष घोटाले के चलते पूर्व में बर्खास्त हो चुके हैं एवं इनको केवल मात्र राजनीतिक आका की परिक्रमा करने एवं उनके राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने हेतु पुनः प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बिठाया गया है जबकि वे नैतिक तौर पर इस काबिल नहीं है।
जो व्यक्ति खुद घोटाले के चलते बर्खास्त किया जा चुका हो वे किस तरह की राजनीतिक नैतिकता की बात कर सकता है?
मंत्री राजेश धर्मानी ने सरकारी कर्मचारीयों को कतई नहीं धमकाया है केवल मात्र उनसे सरकार के साथ मिलकर चलने का आग्रह किया है जिससे राज्य सरकार शीघ्र आति शीघ्र आर्थिक स्थिरता की ओर बढ़े जिससे विकास के साथ-साथ कर्मचारियों की जितनी भी देनदारियां हैं उन्हें भी क्रमबद्ध तरीके से दिया जा सके।
इसके साथ ही विजय ने राज्य सचिवालय कर्मचारी नेता संजीव शर्मा को भी चेताया कि वे राज्य सरकार के कर्मचारी हैं एवं उनको नियमों के तहत ही बात करनी चाहिए।
उनकी भाषा को देखकर लगता है कि वह भी राजनीतिक मोहरा बंद रहे हैं जिसके कारण मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु एवं मंत्री राजेश धर्मानी जी के विरुद्ध अनाप-शनाप एवं अमर्यादित बयानबाजी कर रहे हैं।
विजय कुमार ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पहले अपने गिरेबान में झांके तब तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी जी के बारे में बात करें एवं बयानों को तोड़ मरोड़ कर जनता में हंसी का पात्र न बनें।