दरअसल, कश्मीर के कुपवाड़ा में आंतकियों से लौहा लेते हुए 28 साल के दिलवर खान शहीद हो गए. वह हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के बंगाणा के रहने वाले थे. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हां ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए और बताया कि दिलवर खान एंटी टेटर ऑपरेशन के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया है. पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा है और उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.
जानकारी के अनुसार, कुपवाड़ा में आतंकवादियों के साथ बुधवार तड़के भारतीय सेना मुठभेड़ हुई. ऊना जिले के बंगाणा उपमंडल के सेना के जवान नायक (गनर) दिलावर खान घायल हो गए थे और बाद में उनकी मौत हो गई. बंगाणा के घरवासड़ा के रहने वाले 28 वर्षीय दिलावर की पार्थिव देह गुरुवार 25 जुलाई को दोपहर बाद करीब 2 बजे उनके पैतृक गांव लाई जाएगी. सैनिक कल्याण विभाग के उपनिदेशक एस. कालिया ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि गुरुवार (25 जुलाई) को शहीद दिलावर खान के पैतृक गांव घरवासड़ा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सुर्पद-ए-खाक किया जाएगा. बता दें कि मार्च, 1996 को जन्मे दिलावर 20 दिसंबर 2014 को सेना में भर्ती हुए थे. वह उस दौरान महज 18 साल के थे.
सीएम ने जताया शोक
वीर सैनिक दिलावर खान की शहादत पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री समेत सारी कैबिनेट, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा, ऊना के उपायुक्त जतिन लाल समेत ऊना जिले के सभी अधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने प्रदेश का बेटा खोया है. भारत माता की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध उनका यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. वहीं कुटलेहड़ के कांग्रेस विधायक विवेक शर्मा ने भी दिलवर खान के निधन पर दुख जताया है.