बच्चों को अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने दे और उनपर किसी तरह का दबाव न डाले - महेंद्र धर्माणी
घुमारवीं
बच्चों को अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करने दे और उनपर किसी तरह का दबाव न डाले यह बात भटेड में स्थानीय लोगो को संबोधित करते हुए "घुमारवीं अगेंस्ट चिट्टा" अभियान के दौरान संस्कार संस्था के संस्थापक महेंद्र धर्माणी ने कही । उन्होंने बच्चो के माता पिता से अपील की कि बच्चो को उनकी क्षमता के अनुसार आगे बढ़ने देना चाहिए अपनी जिंदगी के मुकाम को हासिल करें ।
महेंद्र धर्माणी ने कहा कि प्रदेश पुलिस द्वारा जगह जगह पर की जा रही करवाई व छापेमारी को सही बताते हुए कहा कि जिस मात्रा में आज चिट्टा हमारे समाज के प्रत्येक वर्ग को प्रभावित कर रहा है । उसके लिये और तेजी लाने की आवश्यकता लगती है और पुलिस को इन पडलरो के साथ सख्ती के साथ रहना पड़ेगा । उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन चिट्टा सप्लारो पर सख्त करवाई करते हुए कानून का पालन करवाये ताकि हमारे बच्चे इस सामाजिक कुरीति से आपने आप को बचा सके ।
महेन्द्र धर्माणी ने संस्कार संस्था द्वारा चिट्टा के विरुद्ध चलाये अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पंजाब के बाद अब हिमाचल का युवा इसकी गिरफ्त में आ चुका है । जिसे बचाने के लिये समाज के बड़े- बजुर्गो को आगे आना होगा नही तो आने वाला कल हमारे बच्चो के लिये भयानक होगा । उन्होंने कहा कि पूरे देश मे हिमाचल चिट्टा इस्तेमाल करने वाला दूसरा राज्य बन गया है जोकि बहुत ही चिंताजनक है
इस दौरान पूर्व बीडीसी सदस्य अनिशा देवी, वार्ड सदस्य नीलम, कश्मीर राणा, अमरनाथ, दिनेश, राजेन्द्र प्रसाद, महिलामण्डल प्रधान उमा देवी, सुनील शर्मा, संदीप धर्माणी, आदि उपस्तिथ रहे ।