भाजपा नेताओं पर झूठे केस बनाने के बजाए 10 गारंटियों को पूरे करे सरकार : धर्माणी
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्मानी ने कांग्रेस सरकार द्वारा भाजपा नेताओं पर बनाए गए झूठे केस बनाने की निंदा की है । उन्होंने कहा कि 25 सितंबर को शिमला (चौड़ा मैदान) में विधानसभा के बाहर भाजपा द्वारा आयोजित धरना पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण था और भाजपा कार्यकर्ताओं ने अनुशासन में रहकर सरकार की जन्म विरोधी नीतियों के विरोध इस धरने के माध्यम से किया और सरकार द्वारा बिना वजह भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर झूठे केस दर्ज करना सरकार की तानाशाही मानसिकता का परिचायक है । उन्होंने कहा कि भाजपा के इस धरने में प्रदेश भर से आए हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ देखकर सरकार और प्रशासन की हवा निकल गई और सरकार हताशा में भाजपा नेताओं पर झूठ कैसे बना रही है ।
महेंद्र धर्मानी ने कहा कि हिमाचल के इतिहास में सुखु सरकार ऐसी पहली सरकार है जिसके मात्रा 9 महीने के कार्यकाल में रोष और जन आक्रोश 25 सितंबर को शिमला में देखने को मिला । प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिन 10 झूठी गारंटीयों के सहारे सत्ता में आई थी जानता उसको पूरा करने की मांग कर रही है ।
सरकार झूठे आंकड़े देकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर झूठे केस बनाने के बजाय सरकार बताएं कि प्रदेश को 22 लाख महिलाओं के खाते में ₹1500 प्रति माह कब आएंगे और प्रदेश के युवाओं को एक लाख रोजगार प्रतिवर्ष कब से मिलेगा । किसानों और पशुपालकों से सरकार गोबर दो रुपये प्रति किलो कब खरीदेगे । पशुपालकों को दूध के दाम ₹80 प्रति लीटर कब मिलेंगे । इन्हीं प्रश्नों को लेकर ही प्रदेश की जनता 25 सितंबर को विधानसभा के सामने धरना देने आई थी लेकिन सरकार प्रश्नों का उत्तर न देकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर झूठे केस दर्ज करने डरने का प्रयास कर रही है ।
महेंद्र धर्मानी ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार हर मोर्चे पर असफल है । आपदा राहत में भेदभाव किया जा रहा है सरकार भाजपा नेताओं और केंद्र सरकार की आलोचना करने में व्यस्त है और विकास कार्य पूर्ण रूप से बंद पड़े हैं उन्होंने सरकार से कहा कि चुनाव में दी गई 10 गारंटीयों को पूरा कब किया जाएगा जनता को बताएं और भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर झूठे केस बनाना बंद करें ।