एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत
एक ही परिवार के चार लोगों की मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। हर किसी के जहन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर खिचड़ी और कढ़ी चावल में ऐसा क्या मिला था कि परिवार के सदस्य एक एक कर मौत के आगोश में समा गए। वहीं गांववाले एक एक कर एक ही परिवार की चार चिताओं को जलाते रहे। इस परिवार में अब दो बच्चे ही बाकी बचे हैं
धर्मशाला के घियानाकलां गांव में हुई घटना
मिली जानकारी के अनुसार धर्मशाला के साथ लगते घियाना कलां पंचायत के बरबाला गांव में चार अगस्त पहले एडवोकेट अर्निश के परिवार ने रात को एक साथ बैठ कर खिचड़ी खाई।
परिवार में दो बच्चों सहित छह सदस्य थे। जिसमें एडवोकेट अर्निश कुमार उनकी पत्नी के अलावा उनके माता पिता और दो छोटे छोटे बच्चे थे। रात को खिचड़ी खाने के बाद दो बच्चों को छोड़कर परिवार के चार सदस्यों की तबीयत बिगड़ गईं जिसके चलते सभी को टांडा अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
अर्निश की माता ने भी तोड़ा दम
टांडा अस्पताल में पहले ही दिन एडवोकेट अर्निश की मौत हो गई थी। उसके बाद अस्पताल में उसकी पत्नी के अलावा माता और पिता भर्ती थी। इसी बीच करीब तीन से चार दिन पहले अर्निश की पत्नी सुमन और पिता महेंद्र का भी निधन हो गया। उनकी चिता की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि अब अर्निश की माता सुदर्शना ने भी अस्पताल में प्राण त्याग दिए।
एक के बाद एक चार की मौत
आज अर्निश की माता का भी अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस सब के बीच हर व्यक्ति हैरान है कि आखिर खाने में ऐसा क्या मिला था कि जिससे परिवार के हर व्यक्ति की मौत होती चली गई। इस परिवार में अब दो बच्चे ही बाकी रह गए हैं।
वहीं इस मामले में प्रशासन और पुलिस फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर ही पता चलेगा कि आखिर खाने में क्या था, जिससे की परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई।