नीट परीक्षा में पाए थे 400, बढ़ाकर कर दिए 560 अंक, आरोपी छात्र घुमारवीं का
नीट के रिजल्ट में गड़बड़ी कर और फर्जी सर्टिफिकेट तैयार कर एमबीबीएस का सपना देख रहे घुमारवीं के कार्तिक शर्मा की चालाकी अटल मेडिकल रिसर्च यूनिवर्सिटी नेरचौक में काउंसलिंग के दौरान भी नहीं पकड़ी गई। 12 से 16 अक्तूबर तक ऑनलाइन काउंसलिंग के दौरान एएमआरयू के स्टाफ ने कार्तिक की ओर से भरे गए रोलनंबर और नीट के नंबर के आधार पर ही दाखिला दे दिया। मास्टर लिस्ट तक डाटा का सत्यापन तक जरूरी नहीं समझा। पुलिस जांच की सूई विवि में तैनात स्टाफ पर घूम रही है
पुलिस ने विवि प्रबंधन से रिकॉर्ड तलब किया है। कांउसलिंग करने वाले स्टाफ से पुलिस पूछताछ कर सकती है। जांच में कोताही सामने आई तो स्टाफ पर भी गाज गिर सकती है। उधर, रजिस्ट्रार अमर नेगी का तर्क है कि यह एक रूटीन गलती हो सकती है। रोल नंबर और नंबरों को ही चेक किया जाता है। मास्टर लिस्ट में लाखों अभ्यर्थी होते हैं, जिन्हें ऑनलाइन चेक करना मुश्किल होता है। नेशनल मेडिकल कमीशन का रिकॉर्ड जांचते वक्त किसी भी सूरत में चूक नहीं हो सकती। आईजएमसी से दस्तावेज मांगे गए हैं। जरूरत पड़ी तो विभागीय जांच की जाएगी।
बदलेगी व्यवस्था : काउंसलिंग में सिर्फ रोल नंबर लिए जाएंगे
चूक सामने आने के अटल मेडिकल रिसर्च यूनिवर्सिटी में हड़कंप है। भविष्य में ऐसा न हो, इसे लेकर व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी है। रजिस्ट्रार ने बताया कि अगली बार काउंसलिंग के दौरान केवल रोलनंबर ही लिए जाएंगे। रोलनंबर को मास्टर लिस्ट के डाटा एनटीए के साथ मैच किया जाएगा और फिर नेशनल मेडिकल कमीशन के साथ भी वेरिफाई किया जाएगा। बता दें कि कार्तिक ने एमबीबीएस के दाखिले के दौरान एक लड़की की एनटीए की वेबसाइट से मार्कशीट डाउनलोड कर उस पर नाम बदल और फोटो अपना लगाकर आनलाइन काउंसलिंग में प्रस्तुत कर दिए और उसके सौ अंक बढ़ गए।