घुमारवीं से विधायक और सरकार में मंत्री राजेंद्र गर्ग तथा उनके सिपहसालारों को इतना भी मालूम नहीं है कि क्या कहना चाहिए और क्या नहीं कहना चाहिए -राजेश धर्माणी
घुमारवीं - कहलूर न्यूज़
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने कहा है कि घुमारवीं से विधायक और सरकार में मंत्री राजेंद्र गर्ग तथा उनके सिपहसालारों को इतना भी मालूम नहीं है कि क्या कहना चाहिए और क्या नहीं कहना चाहिए । उन्होंने कहा कि सीएचसी हटवाड का उद्घाटन उन्होंने मुख्यमंत्री से उन के दौरे के दौरान करवाया और अब उन पट्टिकाओं को लगाया जा रहा है। पट्टिका लगाते समय इन्होंने कहा कि इसे 10 बिस्तरों का अस्पताल बना दिया गया है । राजेश धर्माणी ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि मंत्री महोदय इस सीएचसी को 10 बिस्तरों का घोषित कर रहे हैं।
जबकि सीएचसी के लिए यह तय मानक है कि जहां भी सीएचसी होगा वहां तक दस बिस्तर होंगे ही होंगे। यह सी एच सी के लिए सेट फॉर्मूला है। उन्होंने कहा कि यह सीएचसी 2017 में कांग्रेस कार्यकाल के समय उन्होंने अपग्रेड करवाई थी और उसके बाद इसमें वार्ड के लिए कमरे बनाने का काम शुरू हो गया था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि 5 सालों तक भाजपा सरकार रही लेकिन वह इस सीएचसी का काम पूरा नहीं करवा पाए। उनकी नाकामी के कारण इसमें 5 साल लग गए। उन्होंने कहा कि अब यह सिर्फ लोगों को भ्रम में डालने की बातें कर रहे हैं। जबकि इस सीएचसी के लिए इनका कोई योगदान नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी तरह की बात इन्होंने तालाब प्लासला मूंडखर पेयजल स्कीम के बारे में कही है। इन्होंने यह नहीं सोचा कि इसका उद्घाटन तत्कालीन आईपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स ने दो साल पहले किया था लेकिन उस उद्घाटन पट्टिका को तोड़ दिया गया और इनमें इतनी भी नैतिकता नहीं रही कि उसे फिर से लगा दिया जाता।
उन्होंने कहा कि पेयजल स्कीम 2 वर्ष पहले तैयार होकर लोगों को पानी सप्लाई कर रही है और इस स्कीम के तहत मोहड़ा में एक ओवर हेड टैंक का निर्माण भी किया गया है लेकिन उसमें अभी तक पानी नहीं डाला गया है। उन्होंने कहा कि इन लोगों को पहले इसके बारे में जानकारी तो ले लेनी चाहिए थी। लेकिन अपनी हार को सामने देखकर यह बौखला गए हैं और इस तरह की बेसिर पैर की बातें कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार का गठन होगा और घुमारवीं चुनाव क्षेत्र के मतदाताओं की इसमें विशेष भूमिका रहेगी।