टकरेड़ा स्कूल में बच्चों को हृदय रोग के बारें मे किया जागरूक
घुमारवी -कहलूर न्यूज़
स्वास्थ्य खंड घुमारवीं के अंतर्गत आने वाले उच्च विद्यालय टकरेडा में विद्यालय की मुख्याध्यापिका मीना ठाकुर की अध्यक्षता में विश्व हृदय दिवस मनाया गया इस दिवस पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक घुमारवीं सुरेश चन्देल ने बताया कि विश्व हृदय दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य हृदय रोग और उसके लक्षणों के बारे में जागरूकता बढ़ाना। ताकि दुनिया भर में इसके प्रभाव को कम करने के लिए नियंत्रित किया जा सके।
चन्देल ने बताया कि लोगो के खान पान और लाइफ स्टाइल के बदलाव की बजहा से लोगो को कई तरहा की बीमारियां घेर रही है। उन्होंने बताया कि तनाव, खानपान पर ध्यान न देना , शराब, धूम्रपान के सेवन के कारणों से लोगो को हृदय सम्बन्धी बीमारियां घेर रही है। उन्होंने कहा कि अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण ये बीमारियां किसी भी उम्र के लोगो को अपनी चपेट में ले सकती है। चन्देल ने बताया कि इन्ही बातों का ख्याल रखते हुए पूरे विश्व मे हृदय रोग के बारे में लोगो को जागरूक करना और लोगो को इन समस्यायों से लोगो जागरूक करना है ताकि इस बीमारियों से लोगो बचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि ज्यादातर हृदय रोग का मुख्य कारण तनाव होता है वही मधुमेह और उच्च रक्तचाप की समस्या भी हृदय रोग को जन्म देती है इससे बचने के लिए अपने दिन चार्य में बदलाव जरूरी है। चन्देल ने बताया कि हृदय रोग से बचने के लिए हमे अपनी दिनचार्य योगा और वाक तथा व्यायाम से करनी चाहिए, अपने आहार में वसा और नमक कम मात्रा में ले, अपनी डाइट ताजे फल और सब्जियां शामिल करें, तनाव मुक्त जीवन जीए, धूम्रपान का सेवन न करे, भरपूर नींद सोए, तो हम इस बीमारी से अपने आप को बचा सकते है। उन्होंने बताया कि देश मे 30 प्रतिशत मौतें हार्ट अटैक से हो रही है और इसमें से 40 से 60 वर्ष की उम्र के लोगो में दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं ज्यादा है।
खराब जीवन शैली, तनाव, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, नशे के बढ़ते सेवन, खराब आहार, धूम्रपान का सेवन, हृदय रोग के लिए प्रमुख जोखिम के कारक है। इस दिवस पर स्कूल के बच्चों की भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें प्रथम स्थान पर वंशिका , द्वितीय स्थान पर राहीदा , तृतीय स्थान पर सानिया रहे। इस दिवस पर स्कूल की मुख्याध्यापिका मीना ठाकुर ने बच्चों को अपनी जीवन शैली में सुधार करने जिसमे सुबह सैर करने , अच्छा आहार लेना, जंक फूड न खाना और लोगो को भी इसके बारे में जागरूक करने की सलाह दी। इस अवसर पर सांसद मोबाइल टीम के डॉ दिवेश सँख्यान के नेतृत्व में स्कूल के 72 बच्चों का हीमोग्लोबिन टेस्ट भी किए। जिसमे से 9 बच्चों का हेमिग्लोबिन नॉर्मल मात्रा से कम पाया गया।
इस दिवस पर डॉ दिवेश सँख्यान, विनता कुमारी सीएचओ ,आशीष कुमार लैब टेक्नीशियन, कुसम कुमारी फार्मासिस्ट, स्कूल के अध्यापक केशव शर्मा, अनिल चौहान , कविता चौहान, इंदु कुमारी, सुमन कुमारी, आशा कार्यकर्ता अनिता देवी, रेणु देवी, वीना देवी, चम्पा देवी व स्कूल के 72 बच्चे उपस्थित थे।
स्वास्थ्य खंड घुमारवीं के अंतर्गत आने वाले उच्च विद्यालय टकरेडा में विद्यालय की मुख्याध्यापिका मीना ठाकुर की अध्यक्षता में विश्व हृदय दिवस मनाया गया इस दिवस पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक घुमारवीं सुरेश चन्देल ने बताया कि विश्व हृदय दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य हृदय रोग और उसके लक्षणों के बारे में जागरूकता बढ़ाना। ताकि दुनिया भर में इसके प्रभाव को कम करने के लिए नियंत्रित किया जा सके। चन्देल ने बताया कि लोगो के खान पान और लाइफ स्टाइल के बदलाव की बजहा से लोगो को कई तरहा की बीमारियां घेर रही है। उन्होंने बताया कि तनाव, खानपान पर ध्यान न देना , शराब, धूम्रपान के सेवन के कारणों से लोगो को हृदय सम्बन्धी बीमारियां घेर रही है। उन्होंने कहा कि अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण ये बीमारियां किसी भी उम्र के लोगो को अपनी चपेट में ले सकती है। चन्देल ने बताया कि इन्ही बातों का ख्याल रखते हुए पूरे विश्व मे हृदय रोग के बारे में लोगो को जागरूक करना और लोगो को इन समस्यायों से लोगो जागरूक करना है ताकि इस बीमारियों से लोगो बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि ज्यादातर हृदय रोग का मुख्य कारण तनाव होता है वही मधुमेह और उच्च रक्तचाप की समस्या भी हृदय रोग को जन्म देती है इससे बचने के लिए अपने दिन चार्य में बदलाव जरूरी है।
चन्देल ने बताया कि हृदय रोग से बचने के लिए हमे अपनी दिनचार्य योगा और वाक तथा व्यायाम से करनी चाहिए, अपने आहार में वसा और नमक कम मात्रा में ले, अपनी डाइट ताजे फल और सब्जियां शामिल करें, तनाव मुक्त जीवन जीए, धूम्रपान का सेवन न करे, भरपूर नींद सोए, तो हम इस बीमारी से अपने आप को बचा सकते है। उन्होंने बताया कि देश मे 30 प्रतिशत मौतें हार्ट अटैक से हो रही है और इसमें से 40 से 60 वर्ष की उम्र के लोगो में दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं ज्यादा है। खराब जीवन शैली, तनाव, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, नशे के बढ़ते सेवन, खराब आहार, धूम्रपान का सेवन, हृदय रोग के लिए प्रमुख जोखिम के कारक है। इस दिवस पर स्कूल के बच्चों की भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें प्रथम स्थान पर वंशिका , द्वितीय स्थान पर राहीदा , तृतीय स्थान पर सानिया रहे।
इस दिवस पर स्कूल की मुख्याध्यापिका मीना ठाकुर ने बच्चों को अपनी जीवन शैली में सुधार करने जिसमे सुबह सैर करने , अच्छा आहार लेना, जंक फूड न खाना और लोगो को भी इसके बारे में जागरूक करने की सलाह दी। इस अवसर पर सांसद मोबाइल टीम के डॉ दिवेश सँख्यान के नेतृत्व में स्कूल के 72 बच्चों का हीमोग्लोबिन टेस्ट भी किए। जिसमे से 9 बच्चों का हेमिग्लोबिन नॉर्मल मात्रा से कम पाया गया। इस दिवस पर डॉ दिवेश सँख्यान, विनता कुमारी सीएचओ ,आशीष कुमार लैब टेक्नीशियन, कुसम कुमारी फार्मासिस्ट, स्कूल के अध्यापक केशव शर्मा, अनिल चौहान , कविता चौहान, इंदु कुमारी, सुमन कुमारी, आशा कार्यकर्ता अनिता देवी, रेणु देवी, वीना देवी, चम्पा देवी व स्कूल के 72 बच्चे उपस्थित थे।