भराड़ी अस्पताल में 19 पंचायतों की आबादी के लिए दो डॉक्टर
भराड़ी - रजनीश धीमान
क्षेत्र की लगभग उन्नीस पंचायतों की हजारों की जनसंख्या को स्वास्थ्य लाभ देने वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भराड़ी दूसरों को स्वास्थ्य लाभ देने के स्थान पर स्वयं ही बीमार है। हालात यह पैदा हो गए हैं कि कोई भी व्यक्ति अपना इलाज करवाने के लिए भराड़ी अस्पताल आने कतराने लगे हैं। यहां पर डॉक्टरों के पांच पद हैं लेकिन यहां पर सिर्फ दो डॉक्टर डयूटी कर रहे हैं। अस्पताल में एक विशेषज्ञ चिकित्स्क का पद भरा हुआ था था लेकिन एक अगस्त वो खाली हो गया ।एक तरफ सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के भाषण देते नही थकती ,वहीं दूसरी ओर अस्पताल परिसर की बदहाली देखी जाए तो हकीकत कुछ और ही बयान करती नज़र आएगी ,यही हाल सामुदायिक अस्पताल भराड़ी का है ,मंत्री राजेंद्र गर्ग की गृह पंचायत का खुद का अस्पताल डाक्टरों की कमी से जूझ रहा है
,अस्पताल को 30 बिस्तर से 50 बिस्तर का तो कर दिया परतुं अस्पताल में डाक्टरों के रिक्त पदों के चलते उन बिस्तरों को क्या नुमाइश के लिए रखा गया है, पिछले चार वर्षों में लगभग चार विशेषज्ञ चिकित्सकों के तबादले यहाँ से हो चुके है ,पांच पदों पर अब केवल मात्र दो डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं ,ऊपर से अस्पताल भवन की हालत देखी जाए तो उसका मंजर कुछ अलग ही है ,पानी रिसाव को रोकने का कोई उपाय नहीं।सरकार एक तरफ को दावे पेश करती है परतुं स्वास्थ्य सुविधाओं का सिर्फ भाषणों तक ही बोलबाला है अतः सरकार जल्द से जल्द भराड़ी अस्पताल की सुध ले।इस विषय पर कार्यकारी खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अभिनीत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विषय मेरे ध्यान में नही है यदि विशेषज्ञ डॉ का भराड़ी अस्पताल से तबादला हो गया है तो जल्द ही जो रिक्त पद है उनको भरा जाएगा।