Hamirpur: हजारों लोगों ने नम आंखों से दी डॉ. राकेश बबली को अंतिम विदाई, बेटे आदि और भतीजे ने दी मुखाग्नि
हिमाचल प्रदेश कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश बबली का रविवार को उनके पैतृक गांव के श्मशानघाट में अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे और भतीजे ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में हजारों लोग एकत्रित हुए। इससे पहले रविवार सुबह जैसे ही शिमला से उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। माहौल गमगीन हो गया। उनके माता-पिता एक बेटे की मौत के सदमे से उभर नहीं पाए थे कि एक बेटा दुनिया से चला गया। उनकी पत्नी रमना शर्मा का रो-रो कर बुरा हाल है। दो छोटे बच्चे बेटा आदि शर्मा और बेटी नंदिता शर्मा कुछ समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या हो गया। बड़े भाई संजीव शर्मा को ढांढस बनाने वालों का तांता पूरा दिन लगा रहा।
जैसे ही बबली के घर पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर पहुंचे, तो वे भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। पार्थिव देह श्मशान घाट पहुंची तो हजारों की संख्या में लोग वहां पर मौजूद थे। उनको श्रद्धांजलि देने के लिए राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार, वन मंत्री राकेश पठानिया, पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कवर, विधायक कमलेश कुमारी, कौशल विकास निगम के अध्यक्ष नवीन शर्मा, स्थानीय विधायक इंद्र दत्त लखनपाल, पूर्व विधायक बलदेव शर्मा, हिमाचल प्रदेश ग्रामीण कृषि ग्रामीण विकास बैंक के चेयरमैन कमल नयन उपस्थित रहे। इसके अलावा अन्य जिलों से भी एबीवीपी के कार्यकर्ता पहुंचे। वहीं जिलाधीश हमीरपुर देवश्वेता बनिक भी श्मशान घाट पहुंचीं और परिवार को ढांढस बंधाया।