राजकीय प्राथमिक पाठशाला छंजियार पिछले दो वर्ष से चल रही एक अध्यापक के सहारे।
बच्चों के अभिवावक सरकार की कार्यप्रणाली से है खफा।
घुमारवीं - कहलूर न्यूज़
एक तरफ सरकार शिक्षा क्षेत्र में हो रहे कार्यों की प्रशंसा करते नही थकती ,लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान करती है।इसका ताजा उदहारण प्राथमिक विद्यालय छंजियार में देखने को मिला ,स्कूल प्रबंधन समिति प्रधान संतोष कुमारी ने कहा कि बार बार विभाग व स्थानीय विधायक राजेंद्र गर्ग को भी इस बारे अवगत करवाया गया ,परतुं अभी तक उसके बारे में कोई भी संज्ञान नही लिया गया।उन्होंने कहा कि अब सभी विद्यार्थियों के माता पिता ने इस कार्यप्रणाली को देखते हुए अपने बच्चों को स्कूल से निकालने की बात कर रहे है ,
इस विषय को लेकर देवभूमि जनहित पार्टी ज़िला अध्यक्ष सुरेश शर्मा,ज़िला प्रवक्ता योगेश ठाकुर व जिला महासचिव अजय शर्मा व राजनीतिक मामलों के सदस्य तरविंदर चन्देल ने विषय पर संज्ञान लेते हुए सरकार की शिक्षा प्रणाली पर सरकार व विभाग पर घेरते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के ज़्यादातर स्कूलों में आध्यपकों के पद खाली पड़े हुए है व सरकार शिक्षा क्षेत्र में बढ़ते आयामों की बात करती है ।उन्होंने कहा कि अगर प्राथमिक विद्यालयों में यही व्यवस्था रहती है व आध्यपकों के पद नही भरे जाते तो देवभूमि जनहित पार्टी एक बहुत बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नही हटेगी।इस विषय पर शिक्षा खण्ड -1 प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मधुआशा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शिक्षा खण्ड 1 में अभी तक 24 विद्यालयों में आध्यपकों की कमी चली हुई है
,पिछले तीन साल से जेबीटी अभ्यर्थियों का चयन न होने से यह दिक्कत सामने आ रही है ,उन्होंने कहा कि जैसे ही नई नियुक्तियां होती है इन पदों को भर दिया जाएगा ताकि आ रही समस्या से निजात पाई जा सके।इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन समिति प्रधान संतोष कुमारी, सोहन लाल,सुनीता देवी,पूनम कुमारी,सरवन कुमार,रविंदर,उमा ,रजनी,अंजलि,पूजा,अनुपमा, सोमा देवी ,संजीव व उषा देवी उपस्थित रहे।