शहादत को शादी की तरह मनाना चाहते हैं अंकेश के पिता
बैंडबाजों व देश भक्ति की धुनों के साथ निकलेगी अंतिम यात्रा
घुमारवीं -क़हलूर न्यूज़
फौजी हूं, दुश्मन देश ने मारा होता, तो उन्हें उड़ा देता, पर क्या करूं प्रकृति के आगे सब बेबस है। यह कहना है उस पिता का जिसने अपने 21 वर्षीय बेटे को देश पर कुर्बान किया है। घुमारवीं के सेउ गांव के शहादत पाने वाले अंकेश भारद्वाज के पिता कहते हैं कि पूरे देश में शहीदों को याद किया जा रहा है। हमें गर्व है कि हमारे जंबाज बेटे ने देश की रक्षा में अपने प्राणों को न्योछावर किया है। अंकेश के पिता ने कहा कि बेटे की शहादत को शादी के तरह मनाएंगे। बैंड बाजों, देश भक्ति व राष्ट्र धुन के साथ बेटे की अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि गुरू गोविंद सिंह ने भी अपने बेटों की शहादत। मैंने भी देश को अपने बेटे को अर्पित किया है। शहीद का पिता बांचा उनके घर सांत्वना देने पहुंचे प्रदेश सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे थे।
ये रहेगा रूट-
शहीद अंकेश का पार्थिव शरीर निहारी से बरठीं सड़क से होते हुए घर पहुंचाया जाएगा। प्रशासन इसकी पूरी तैयारी में जुटा हुआ है।
मंत्री राजेंद्र गर्ग ने दिए निर्देश
मंत्री राजेंद्र गर्ग ने प्रशासन को आदेश जारी किए हैं कि बिजली पानी की पूर्ण रूप से व्यवस्था की जाए। किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने बिजली विभाग व जल शक्ति विभाग के अधिकारियों शहीद के घर को जाने वाले रास्ते पर जगह जगह बिजली व पानी की उचित व्यवस्था के आदेश दिए हैं।
सीर खड्ड किनारे होगा अंतिम संस्कार
शहीद अंकेश भारद्वाज का अंतिम संस्कार सेउ के साथ लगती सीर खड्ड किनारे किया जाएगा।