शिमला में कई दिनों से दहशत का पर्याय बने खूंखार तेंदुआ को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है
शिमला. - हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में कई दिनों से दहशत का पर्याय बने खूंखार तेंदुआ को आखिरकार वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया. जंगलों में दिवाली के बाद से तेंदुए की तलाश में जुटी वन विभाग की टीम को आखिरकार 14 दिन बाद गुरुवार रात एक तेंदुए को पकड़ने में सफलता मिली है.
शहर के कनलोग इलाके में जंगल में लगाए गए पिंजरे में एक तेंदुआ कैद हुआ है. प्रारंभिक सूचना के अनुसार रात करीब साढ़े 8 बजे फील्ड स्टाफ ने सूचना दी थी कि एक पिंजरे में कोई जानवर बंद हो गया है. बाद में जब टॉर्च से इसे चेक किया गया तो पता चला कि यह तेंदुआ है. इसके बाद आला अफसरों को सूचना दी गई. रात करीब नौ बजे वन विभाग के अफसर मौके पर पहुंचे.
ट्रैंक्यूलाइजर गन लिए एक टीम भी मौके पर पहुंची और तेंदुए को बेहोश किया गया है. वन विभाग के सूत्रों के अनुसार यह तेंदुआ बड़ा है और पिंजरे में लगाए गए मांस के लिए यहां आया था. हालांकि, यह वही तेंदुआ है जिसने कनलोग और डाउनडेल से दो बच्चों को उठाया था, इसकी अभी पहचान नहीं हुई है.
वन विभाग के अनुसार इस तेंदुए को पकड़कर अभी रेस्क्यू सेंटर टूटीकंडी ले जाया गया है. वहां आगामी कार्रवाई होगी. वन विभाग के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि भले न की हो, लेकिन उन्होंने इससे इनकार भी नहीं किया है कि यह वही तेंदुआ नहीं है, जिसने दो बच्चों को उठाया था.