Paragliding in Himachal: नियमों के खिलाफ 4 साल की बच्ची से बीड़-बिलिंग में करवाई गई पैराग्लाइडिंग
Paragliding in Himachal: नियमों के मुताबिक, आठ साल से ऊपर का बच्चा, जिसका वजन भी 25 किलोग्राम हो वही टेंडम उड़ान भर सकता है. इससे कम उम्र के बच्चों को टेंडम पायलट उड़ान नहीं करवा सकते हैं. लेकिन बच्ची महज चार साल की थी. ऐसे में जान जोखिम में डालकर पैराग्लाइडिंग करवाई गई है. अक्सर यहां प्रोफेशनल पायलट (Pilot) भी हादसे का शिकार हो जाते हैं.
धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा (Kangra) जिले में बीड़-बिलिंग घाटी पैराग्लाइडिंग की विख्यात है. बिलिंग (Bir-billing) से टेंडम उड़ान करने का क्रेज इस कद्र बढ़ रहा है कि हर कोई बिलिंग आ कर घाटी की ठंडी फिजाओं का लुत्फ उठाने का मौका नहीं छोड़ता है और तो और 4 से 5 साल के नन्हे बच्चों में भी उड़ान भरने का जुनून जाग रहा है. हालांकि, बच्चों के को उड़ान या पैराग्लाइडिंग (Paragliding) करवाने पर रोक है. लेकिन फिर भी कुछ ग्लाइडर्स जान जोखिम में डाल रहे हैं...
दरअसल, ऐसा बिलिंग में पठानकोट की साढ़े चार साल की इनायत गुप्ता ने पायलट के साथ टेंडम उड़ान भरी. उड़ान भरते समय न उसे कोई ख़ौफ़ था न ही इस बात की चिंता की वह अनजान पायलट के साथ बिलिंग से उड़ान भर रही है. लेकिन यह नियमों के खिलाफ जाकर हुआ है. इनायत की माता राधिका गुप्ता और पिता अर्जुन गुप्ता ने बताया कि बिलिंग आ कर जब इसने पायलटों को टेंडम उड़ान भरते देखा तो जिद्द करने लगी कि में भी ऐसे ही उड़ान ही उड़ान भरूंगी। इनायत ने अकेले पायलट के साथ बिलिंग से उड़ान भरी और लेंडिंग साइट क्योर में लेंड किया.