पति ने ली पंचायत की बैठक, महिला प्रधान निलंबित
बिलासपुर - क़हलूर न्यूज़
विकासखंड झंडूता की बैहना जट्टा पंचायत की महिला प्रधान को निलंबित कर दिया है। महिला प्रधान के पति ने पंचायत की आमसभा का संचालन किया था। 2 अक्तूबर को हुई इस बैठक की वीडियो उपायुक्त तक पहुंचने के बाद जांच शुरू की गई थी।
जांच में साक्ष्य सही पाए गए हैं। जानकारी के अनुसार 2 अक्तूबर को सोशल मीडिया पर ग्राम सभा बैठक में महिला प्रधान की जगह उनके पति को बैठक का संचालन करते हुए दर्शाया है। मामले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सहायक आयुक्त (विकास) एवं खंड विकास अधिकारी विकास खंड झंडूता के कार्यालय पत्र संख्या-2021-6175, 6 अक्तूबर को जिला पंचायत अधिकारी कार्यालय में प्राप्त हुई थी।
इसकी जांच करने पर ग्राम पंचायत बैहना-जटटा की प्रधान गौरा देवी के पति विजेंद्र सिंह पर ग्रामसभा की बैठक में अनावश्यक हस्तक्षेप का आरोप सही पाया गया है। इसके अतिरिक्त प्रारंभिक जांच के दौरान यह भी पाया गया है कि 2 अक्तूबर को आयोजित ग्राम सभा बैठक में बीपीएल सूची की समीक्षा, मनरेगा और जीपीडीपी शेल्फ के अनुमोदन विषयों को भी कार्रवाई रजिस्टर में उल्लेखित न कर कच्चे कागज में दर्ज किया गया।।
विकास खंड अधिकारी झंडूता ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो का कारण बताओ नोटिस प्रधान को भेजा था। इसमें प्रधान ने खुद को बीमार होने का बहाना बनाकर अपने पति के मंच संचालन स्वीकार किया। जिला पंचायत अधिकारी शशि बाला ने पंचायती राज अधिनियम, 1994 की धारा 145 के तहत पंचायती राज (सामान्य) नियम, 1997 के नियम 142 के अंतर्गत गौरा देवी को तत्काल प्रभाव से ग्राम पंचायत बैहना-जटटा के प्रधान पद से निलंबित कर दिया है।।
उन्हें यह भी आदेश दिए हैं कि उनके पास ग्राम पंचायत की कोई चल या अचल संपत्ति हो, तो वह उसे पंचायत के सचिव को सौप दें। इसकी सूचना निदेशक, पंचायती राज विभाग शिमला सहित संबंधित विभागों को भेज दी है। पंचायत अधिकारी शशि बाला ने इसकी पुष्टि की है।