सेऊ-केट सिंचाई योजना में हो रहा घटिया सामग्री का इस्तेमाल-राजेश धर्माणी
घुमारवीं,रजनीश धीमान
पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने करोड़ों रुपयों की निर्माणाधीन सेऊ-केट सिंचाई योजना में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। राजेश धर्माणी ने बताया कि इस योजना में स्थानीय नाले से निकाली गई बजरी, रेता का इस्तेमाल किया किया गया है। जिसका विडियो साथ लगते गांव के ही कुछ जागरूक नागरिकों ने बनाकर तथा इसे शेयर कर इस घोटाले की पोल खोल कर रख दी।
धर्माणी ने आरोप लगाया सत्ता सरंक्षण प्राप्त यह ठेकेदार गुणवत्ता मानकों की धज्जियां उड़ाता रहा और दबाव में आकर विभाग नजरअंदाज करता रहा। उनका कहना है की यह वही योजना जिसे मैंने स्वीकृत करवाया था और भाजपा ने इसे चुनावी सटंट बताया था। अपने झूठ को सच साबित करने के लिए और मंत्री ने अपना नाम जोड़ने के उद्देश्य से इस योजना का 3 वर्षों तक निर्माण शुरू नहीं करने दिया और चुनाव नजदीक आते देख जब काम शुरू हुआ तो गुणवत्ता की धज्जियां उड़ा दी। निर्माण कार्यों में ठेकेदारों द्वारा किस तरह से घटिया स्तर की सामग्री इस्तेमाल में लाई जाती है, यह किसी से छिपा नहीं है। लेकिन सरकार व प्रशासन की नींद उस समय खुलती है जब इन ठेकेदारों की कारगुजारियों से कोई बड़ी दुर्घटना हो जाती है।
क्या सरकार व प्रशासन जान बूझकर ठेकेदारों द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों की अनदेखी कर रहा है या फिर मिल-बांट कर खाने वाली परंपरा के तहत सरेआम भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। ठेकेदार पेमेंट लेकर चला जायगा। अधिकारी अपना अगला स्टेशन देखेंगे, सरकार बदल जाएगी लेकिन घटिया कार्य का खामियाजा जनता को भविष्य में भुगतना पड़ेगा।