हिमाचल प्रदेश में दसवीं कक्षा के साथ-साथ 9वीं और 11वीं कक्षा से अगली कक्षाओं में प्रमोट किए गए विद्यार्थियों को भी अंक सुधार का मौका मिलेगा। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के हालात सुधरते ही शिक्षा बोर्ड और शिक्षा विभाग इस तीनों कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए परीक्षाएं करवाएगा। सीबीएसई की तर्ज पर प्रदेश में भी दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रमोट करने की अगले सप्ताह से प्रक्रिया शुरू होगी। सरकार की ओर से इस संदर्भ में शिक्षा बोर्ड को निर्देश जारी हो गए हैं।
इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के साथ इसी सप्ताह बोर्ड और विभागीय अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक की भी तैयारी है। सीबीएसई ने बिना वार्षिक परीक्षाओं के दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को देश भर में इंटरनल असेसमेंट के आधार पर प्रमोट करने की तैयारी की है। सीबीएसई ने इंटरनल असेसमेंट के अंकों से नाखुश रहने वाले विद्यार्थियों की हालात में सुधार होने पर परीक्षाएं लेने का विकल्प भी रखा है।
इस विकल्प को प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से भी लागू किया जाएगा। प्रदेश में भी अगर दसवीं कक्षा का कोई विद्यार्थी प्री बोर्ड और फर्स्ट व सेकेंड टर्म की परीक्षाओं के आधार पर निर्धारित होने वाले अंकों से नाखुश होगा तो ऐसे विद्यार्थियों की परीक्षाएं भी ली जाएंगी। शिक्षा विभाग ने दसवीं के अलावा नवीं से प्रमोट होकर दसवीं में गए और 11वीं कक्षा से प्रमोट होकर जमा दो कक्षा में गए विद्यार्थियों को भी अंक सुधार के लिए परीक्षाएं देने का विकल्प देने का फैसला लिया है।
इन दोनों कक्षाओं की अंक सुधार के लिए परीक्षाएं स्कूल स्तर पर होंगी। जबकि दसवीं की बोर्ड परीक्षा के अंकों में सुधार के लिए परीक्षाएं स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला लेगा। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति सुधरने के बाद अंक सुधार के लिए परीक्षाएं होंगी।