हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस विकराल रूप धारण कर रहा है। सोमवार शाम तक प्रदेश में 863 लोगों के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। छह संक्रमितों की मौत हुई है। कांगड़ा जिले में रिकॉर्ड 526 नए मामले आए हैं। इसके अलावा जिले में पांच संक्रमितों की मौत हो गई है। चंबा में डलहौजी की संक्रमित महिला ने दम तोड़ दिया। शिमला 131, सिरमौर 21, सोलन 79, बिलासपुर 31, चंबा 14, किन्नौर 35, कुल्लू 24 और लाहौल-स्पीति में दो नए मामले आए हैं।
इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 77001 पार हो गया है। सक्रिय मामले अब 8745 से ज्यादा हो गए हैं। अब तक 67047 से ज्यादा संक्रमित ठीक हो चुके हैं और 1184 से अधिक की मौत हुई है। बिलासपुर में कोरोना के सक्रिय केसों की संख्या 484, चंबा 228 , हमीरपुर 647, कांगड़ा 1954, किन्नौर 126, लाहौल-स्पीति 296, कुल्लू 340, मंडी 702, शिमला 892, सिरमौर 697, सोलन 1637 और ऊना जिले में 742 के पार हो गई है। 24 घंटों में 568 संक्रमित ठीक हुए हैं।
अगले 20 दिन संवेदनशील, बरतें एहतियात -
हिमाचल प्रदेश के लिए अगले 20 दिन काफी संवेदनशील हैं। इन दिनों में तय होगा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले में बढ़ोतरी होगी या इनकी संख्या में कमी आएगी। ऐसे समय में लोगों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। उन्हें सरकार की ओर से जारी एसओपी का पालन करना होगा। अति आवश्यक होने पर ही घरों से निकलें, फेस मास्क पहनें और हाथों को सैनिटाइज करते रहें। प्रदेश में 75 फीसदी ऐसे कोरोना मरीज हैं, जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं हैं। बिना लक्षण वाले मरीजों में प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है। 20 फीसदी मरीज हल्के लक्षणों वाले हैं। इन लोगों को बुखार, जुकाम, शरीर में दर्द की शिकायत है। पांच प्रतिशत ऐसे मरीज हैं, जो पहले से ही अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि लोग मास्क, उचित दूरी रखने के साथ हाथों को सैनिटाइज करते रहें।
कुंभ से लौटे लोगों का रिकॉर्ड तैयार करने के निर्देश-
उधर, जनजातीय जिले किन्नौर से हरिद्वार के कुंभ मेले में गए लोगों का रिकॉर्ड तैयार करने के लिए सभी पंचायत प्रधानों और सचिवों को निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा है कि कुंभ मेले से लौटने वालों का रिकॉर्ड तैयार करें और दूरभाष नंबर 85808-19827 या ई-मेल पर प्रशासन को भी जानकारी दें। किसी श्रद्धालु में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसे होम आइसोलेशन में रखें और इस दौरान कोविड नियमों की पूरी सावधानी बरतें ताकि जिले में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।