भराड़ी आईटीआई को अभी तक नहीं हो पाई उपलब्ध जमीन।
पिछले सात आठ वर्षों से निजी भवन में चल रही आईटीआई ,कई लाखों रुपये सरकारी कोष निजी भवन मालिकों को दिया जा रहा।
भराड़ी -कहलूर न्यूज़
भराड़ी स्थित आईटीआई जिसमें तीन कोर्स चल रहे है जिसमें कटिंग टेलरिंग,ड्रॉप्स मैन व ड्राइविंग प्रमुख रूप से है व अभी तक 77 प्रशिक्षु इसमें प्रशिक्षण ले रहे है व अभी कोर्सों में दाखिले चल रहे है। भराड़ी स्थित आईटीआई पिछले सात -आठ वर्ष पहले उस समय की वर्तमान सरकार में तकनीकी व परिवहन मंत्री जीएस बाली व घुमारवीं विधानसभा विधायक राजेश धर्माणी के प्रयासों से महिला आईटीआई स्वीकृत हुई थी ,औऱ उस समय से लेकर आजतक भवन को अपनी स्वयं की जमीन उपलब्ध नही हो पाई है व लाखों रुपये किराए के रूप में निजी भवन मालिक को दिए जा रहे हैं।एक तरफ तो वर्तमान सरकार शिक्षा क्षेत्र व विकास के बड़े बड़े दावे अपने भाषणों में करती है परतुं ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयान करती है
,भराड़ी में बहुत से कार्यालय अभी निजी भवनों में ही चल रहे है व कई लाखों रुपये किराए के रूप में निजी भवन मालिकों को दिए जा रहे है सबसे बड़ी समस्या ये है कि यहाँ पर व्यवस्थाओं का टोटा बहुत मात्रा में देखने को मिलता है ।यह क्षेत्र घुमारवीं विधानसभा के विधायक व मंत्री रजिंदर गर्ग की पंचायत परिधि के अंतर्गत आता है और अभी तक इन भवनों को अपनी भूमि व भवन उपलब्ध नहीं करवा पाए हैं।
इस विषय को लेकर जब आईटीआई प्रधानाचार्य राजीव कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भवन के लिए भूमि की तलाश पूरी कर ली गयी है ,नक्शा भी तैयार कर के भेज दिया है परतुं अभी वन विभाग की ज़मीन होने की वजह से वहाँ की फ़ाइल विभाग को स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है जैसे ही स्वीकृति आती है भवन का कार्य निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।